न्यूइमेज फेस्टिवल, एक ऐसा कार्यक्रम जो खुद को 'नवीनता' के नाम पर पेश कर रहा है, दरअसल एक बड़ी धोखाधड़ी से कम नहीं है। जब हम इस फेस्टिवल के बारे में सुनते हैं, तो हमें लगता है कि यह एक अद्भुत अनुभव होगा, लेकिन हकीकत यह है कि यह सिर्फ एक दिखावा है। 9 से 13 अप्रैल तक पेरिस में होने वाला यह उत्सव, जिसमें वर्चुअल रियलिटी (VR), ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) और मिक्स्ड रियलिटी (MR) की 26 कृतियाँ प्रदर्शित की जाएँगी, असल में तकनीक की एक और बेतुकी प्रदर्शनी है।
क्या आप जानते हैं कि इस फेस्टिवल में पेश की जाने वाली कृतियों की अधिकतर सामग्री या तो नीरस है या फिर तकनीकी रूप से असंगत? ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या यह वास्तव में 'निर्माणात्मक' है, या सिर्फ एक और विपणन चाल है? आप क्या सोचते हैं, क्या तकनीकी जादू की बात करने वाले लोग वास्तव में इसे समझते हैं, या बस दिखावा कर रहे हैं?
फिर, हम इस 'थीम ऑफ ऑल्टेरिटी' के बारे में बात करते हैं। क्या यह सिर्फ एक बहाना है लोगों को जोड़ने का, या इसके पीछे कोई ठोस विचारधारा है? जब हम इस तरह की घटनाओं में भाग लेते हैं, तो हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम वास्तविकता के साथ जुड़ें, न कि केवल आभासी दुनिया के चमक-दमक के पीछे भागें।
इस फेस्टिवल का उद्देश्य क्या है? क्या यह केवल एक जगह है जहाँ तकनीकी विशेषज्ञ अपने ज्ञान का प्रदर्शन करते हैं, या यह एक ऐसा मंच है जहाँ समाज के असली मुद्दों पर चर्चा की जा सके? अगर ऐसा है, तो क्या इस फेस्टिवल में समाज के असली मुद्दों पर चर्चा हो रही है, या फिर यह केवल एक फैंसी इवेंट है जिसमें सब कुछ दिखावटी और सतही है?
अगर आप सच में 'नवीनता' की तलाश में हैं, तो आपको यह समझना होगा कि केवल एक इवेंट में भाग लेना ही काफी नहीं है। हमें तकनीक की आलोचना करनी चाहिए, उसके उपयोग को समझना चाहिए और उसकी वास्तविकता की ओर ध्यान देना चाहिए। न्यूइमेज फेस्टिवल जैसे इवेंट्स हमें यह दिखाते हैं कि हम कितने भ्रामक और सतही हो गए हैं।
तो अगली बार जब आप न्यूइमेज फेस्टिवल या किसी अन्य तकनीकी उत्सव में शामिल होने का सोचें, तो एक बार फिर से सोचें। क्या यह वास्तव में वह अनुभव है जिसका आप इंतजार कर रहे हैं, या यह बस एक और झूठा वादा है जिसे हमें अपने समय और ऊर्जा को बर्बाद करने से पहले पहचानना चाहिए?
#न्यूइमेजफेस्टिवल #टेक्नोलॉजी #वर्चुअलरीयलिटी #ऑल्टेरिटी #समाजिकसमस्याएँ
क्या आप जानते हैं कि इस फेस्टिवल में पेश की जाने वाली कृतियों की अधिकतर सामग्री या तो नीरस है या फिर तकनीकी रूप से असंगत? ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या यह वास्तव में 'निर्माणात्मक' है, या सिर्फ एक और विपणन चाल है? आप क्या सोचते हैं, क्या तकनीकी जादू की बात करने वाले लोग वास्तव में इसे समझते हैं, या बस दिखावा कर रहे हैं?
फिर, हम इस 'थीम ऑफ ऑल्टेरिटी' के बारे में बात करते हैं। क्या यह सिर्फ एक बहाना है लोगों को जोड़ने का, या इसके पीछे कोई ठोस विचारधारा है? जब हम इस तरह की घटनाओं में भाग लेते हैं, तो हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम वास्तविकता के साथ जुड़ें, न कि केवल आभासी दुनिया के चमक-दमक के पीछे भागें।
इस फेस्टिवल का उद्देश्य क्या है? क्या यह केवल एक जगह है जहाँ तकनीकी विशेषज्ञ अपने ज्ञान का प्रदर्शन करते हैं, या यह एक ऐसा मंच है जहाँ समाज के असली मुद्दों पर चर्चा की जा सके? अगर ऐसा है, तो क्या इस फेस्टिवल में समाज के असली मुद्दों पर चर्चा हो रही है, या फिर यह केवल एक फैंसी इवेंट है जिसमें सब कुछ दिखावटी और सतही है?
अगर आप सच में 'नवीनता' की तलाश में हैं, तो आपको यह समझना होगा कि केवल एक इवेंट में भाग लेना ही काफी नहीं है। हमें तकनीक की आलोचना करनी चाहिए, उसके उपयोग को समझना चाहिए और उसकी वास्तविकता की ओर ध्यान देना चाहिए। न्यूइमेज फेस्टिवल जैसे इवेंट्स हमें यह दिखाते हैं कि हम कितने भ्रामक और सतही हो गए हैं।
तो अगली बार जब आप न्यूइमेज फेस्टिवल या किसी अन्य तकनीकी उत्सव में शामिल होने का सोचें, तो एक बार फिर से सोचें। क्या यह वास्तव में वह अनुभव है जिसका आप इंतजार कर रहे हैं, या यह बस एक और झूठा वादा है जिसे हमें अपने समय और ऊर्जा को बर्बाद करने से पहले पहचानना चाहिए?
#न्यूइमेजफेस्टिवल #टेक्नोलॉजी #वर्चुअलरीयलिटी #ऑल्टेरिटी #समाजिकसमस्याएँ
न्यूइमेज फेस्टिवल, एक ऐसा कार्यक्रम जो खुद को 'नवीनता' के नाम पर पेश कर रहा है, दरअसल एक बड़ी धोखाधड़ी से कम नहीं है। जब हम इस फेस्टिवल के बारे में सुनते हैं, तो हमें लगता है कि यह एक अद्भुत अनुभव होगा, लेकिन हकीकत यह है कि यह सिर्फ एक दिखावा है। 9 से 13 अप्रैल तक पेरिस में होने वाला यह उत्सव, जिसमें वर्चुअल रियलिटी (VR), ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) और मिक्स्ड रियलिटी (MR) की 26 कृतियाँ प्रदर्शित की जाएँगी, असल में तकनीक की एक और बेतुकी प्रदर्शनी है।
क्या आप जानते हैं कि इस फेस्टिवल में पेश की जाने वाली कृतियों की अधिकतर सामग्री या तो नीरस है या फिर तकनीकी रूप से असंगत? ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या यह वास्तव में 'निर्माणात्मक' है, या सिर्फ एक और विपणन चाल है? आप क्या सोचते हैं, क्या तकनीकी जादू की बात करने वाले लोग वास्तव में इसे समझते हैं, या बस दिखावा कर रहे हैं?
फिर, हम इस 'थीम ऑफ ऑल्टेरिटी' के बारे में बात करते हैं। क्या यह सिर्फ एक बहाना है लोगों को जोड़ने का, या इसके पीछे कोई ठोस विचारधारा है? जब हम इस तरह की घटनाओं में भाग लेते हैं, तो हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम वास्तविकता के साथ जुड़ें, न कि केवल आभासी दुनिया के चमक-दमक के पीछे भागें।
इस फेस्टिवल का उद्देश्य क्या है? क्या यह केवल एक जगह है जहाँ तकनीकी विशेषज्ञ अपने ज्ञान का प्रदर्शन करते हैं, या यह एक ऐसा मंच है जहाँ समाज के असली मुद्दों पर चर्चा की जा सके? अगर ऐसा है, तो क्या इस फेस्टिवल में समाज के असली मुद्दों पर चर्चा हो रही है, या फिर यह केवल एक फैंसी इवेंट है जिसमें सब कुछ दिखावटी और सतही है?
अगर आप सच में 'नवीनता' की तलाश में हैं, तो आपको यह समझना होगा कि केवल एक इवेंट में भाग लेना ही काफी नहीं है। हमें तकनीक की आलोचना करनी चाहिए, उसके उपयोग को समझना चाहिए और उसकी वास्तविकता की ओर ध्यान देना चाहिए। न्यूइमेज फेस्टिवल जैसे इवेंट्स हमें यह दिखाते हैं कि हम कितने भ्रामक और सतही हो गए हैं।
तो अगली बार जब आप न्यूइमेज फेस्टिवल या किसी अन्य तकनीकी उत्सव में शामिल होने का सोचें, तो एक बार फिर से सोचें। क्या यह वास्तव में वह अनुभव है जिसका आप इंतजार कर रहे हैं, या यह बस एक और झूठा वादा है जिसे हमें अपने समय और ऊर्जा को बर्बाद करने से पहले पहचानना चाहिए?
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